कानपुर में कृषि क्रांति का मेला; 150 से ज्यादा स्टॉल, IRRI और स्मार्ट फार्मिंग का दिखेगा जादू

चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कानपुर में 05 से 06 नवंबर तक आयोजित होने वाले दो दिवसीय अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी का उद्घाटन बुधवार को सुबह 11 बजे डॉक्टर संजय सिंह महानिदेशक, उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद करेंगे. निदेशक प्रसार डॉ. आर के यादव ने बताया कि उद्घाटन समारोह विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में आयोजित होगा.
इसके बाद अतिथि मेला प्रांगण का भ्रमण करेंगे और किसानों को संबोधित करेंगे. इस बार मेले में रिकॉर्ड 150 से ज्यादा स्टॉल लगाए जा रहे हैं. इनमें देशभर के 50 से ज्यादा प्रमुख स्टॉल धारक और कई छोटे उद्यमी भाग ले रहे हैं. इस साल अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान भी मेले में स्टाल लगाएंगे.
प्रदर्शनी में क्या क्या होगा खास?
डॉ यादव ने बताया कि मेले में कृषि यंत्र, बीज, उर्वरक, औषधीय पौधे, हस्तकला उत्पाद, सौर ऊर्जा उपकरण, पशु उत्पाद और प्रसंस्कृत खाद्य सामग्री का प्रदर्शन और बिक्री की जाएगी. विश्वविद्यालय की तरफ से विकसित नई फसलों की प्रजातियां, मशरूम और श्रीअन्न से बने उत्पाद इस बार के मुख्य आकर्षण होंगे.
इसके अलावा किसान मेले में स्मार्ट और डिजिटल कृषि पर आधारित विद्यार्थियों के नवाचार एवं स्टार्टअप मॉडल भी प्रदर्शित किए जाएंगे. विभिन्न बैंक, शोध संस्थान और सरकारी विभाग भी अपने स्टॉल लगाकर किसानों को योजनाओं और उपलब्धियों की जानकारी देंगे. मेले में आने वाले छोटे वाहन कैंटीन के पास जबकि बड़े वाहन फुटबॉल ग्राउंड में पार्क किए जाएंगे.
कृषि यंत्र क्या है?
कृषि यंत्र वे उपकरण, मशीनें या औजार होते हैं. जो कृषि कार्यों को आसान, तेज और कुशल बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं. ये पारंपरिक हाथ के औजारों से लेकर आधुनिक स्वचालित मशीनों तक हो सकते हैं. इनमें कुदाल, फावड़ा, दरांती, खुरपी हैं. यांत्रिक यंत्र (पशु या इंजन से चलने वाले) में बैलगाड़ी, ट्रैक्टर, कल्टीवेटर, रोटावेटर आता है.
तुलसी, नीम एलोवेरा, जलने, घाव भरना, पाचन, आंवला, अदरक, हल्दी आदि शामिल हैं.