प्रेमजाल में फंसाया, फिर बनाए आपत्तिजनक वीडियो… मुरादाबाद में व्यापारी को किया हनीट्रैप

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद शहर में हनीट्रैप का खेल एक बार फिर जोरों पर है. हाल ही में दरोगा को फंसाने की वारदात के बाद अब एक प्रख्यात कारोबारी को प्रेमजाल में उलझाकर ब्लैकमेलिंग किए जाने का मामला उजागर हुआ है. आरोप है कि गिरोह ने व्यापारी का अश्लील वीडियो बनाकर उससे 5 लाख रुपये की जबरन मांग की. यह पूरा घटनाक्रम गलशहीद थाना क्षेत्र से जुड़ा है.
बड़ा अहाता असालतपुरा इलाके के रहने वाले व्यापारी ने अदालत में याचिका दाखिल कर बताया कि उसकी पहचान खाल गोदाम के पास रहने वाले मूसा नामक युवक से हुई थी. कुछ समय की जान-पहचान के बाद मूसा ने कारोबारी को अपने घर खाने पर बुलाया. जहां उसने अपनी पत्नी से मुलाकात कराई. धीरे-धीरे साजदा ने व्यापारी से नज़दीकियां बढ़ाईं और उसे मोहपाश में फंसा लिया.
पीड़ित की शिकायत के मुताबिक, एक दिन महिला ने उसे अपने घर बुलाया, जहां वह अकेली मौजूद थी. महिला ने उसे कमरे में बुलाकर आपत्तिजनक हरकतें कीं और कपड़े उतारने पर मजबूर किया. उसी वक्त बाहर छिपे उसके साथी मोबाइल कैमरे से वीडियो रिकॉर्ड कर रहे थे. कुछ दिन बाद महिला ने फिर कॉल कर व्यापारी से मिलने की बात कही. आर्थिक परेशानी बताकर ₹43 हज़ार उधार ले लिए. तीसरी बार बुलाने पर शारीरिक संबंध बनाने के बाद महिला ने 25 हज़ार और मांगे.
जैसे ही व्यापारी ने पैसे दिए, तभी मूसा और उसके साथी फरुख (तंबाकू कारोबारी), सुमेर (करूला निवासी), कामिल, जैद और मोहम्मद शरीफ वहां पहुंच गए. आरोपियों ने पहले बनाया गया आपत्तिजनक वीडियो दिखाकर व्यापारी से पांच लाख रुपए की फिरौती मांगी. धमकी दी कि रकम न देने पर वीडियो वायरल कर दिया जाएगा. झूठे बलात्कार के केस में फंसा दिया जाएगा. कोर्ट ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एसओ गलशहीद को एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया. आदेश के बाद पुलिस ने साजदा, उसके पति मूसा समेत सभी सात लोगों पर धोखाधड़ी, ब्लैकमेलिंग और साजिश की गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है.
पहले भी एक गैंग का हो चुका पर्दाफाश
पुलिस अधिकारीयों का कहना है कि जांच तेज कर दी गई है और जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा. हाल में पुलिस अधिकारी के निर्देशन में इंस्पेक्टर मनीष सक्सेना की टीम ने भी एक अन्य हनीट्रैप गिरोह का पर्दाफाश किया था. जिसमें दो महिलाओं सहित चार लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. यह गैंग कारोबारी वर्ग को निशाना बनाकर पहले दोस्ती करता, फिर प्यार का दिखावा कर उनके साथ आपत्तिजनक वीडियो बनाता और बाद में रकम वसूलता था.
दरोगा के साथ भी हो चुकी धोखाधड़ी
पिछले दिनों सिविल लाइन थाने में तैनात एक दरोगा भी इसी जाल में फंस चुका है. आरोपी महिला ने उससे लाखों की मांग करते हुए झूठे केस में फंसाने की धमकी दी थी. उस मामले में भी मुकदमा दर्ज हुआ, हालांकि महिला अब तक पकड़ी नहीं गई. शहर में लगातार बढ़ रही ऐसी घटनाएं पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन चुकी हैं. प्रेमजाल के बहाने ब्लैकमेलिंग के इस नेटवर्क पर अंकुश लगाने को लेकर अब कड़ी कार्रवाई की जरूरत महसूस की जा रही है.