राजद, कांग्रेस के एजेंडे में गरीब कल्याण नहीं स्वयं का परिवार कल्याण: योगी आदित्यनाथ

बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी सहित कई मंत्रियों ने गुरूवार को विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन का पर्चा दाखिल किया. इस मौके पर विभिन्न विधानसभाओं में आयोजित नामांकन सभा में कई राज्यों के मुख्यमंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता पहुंचे और एनडीए के लिए वोट मांगा.
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी जहां तारापुर से नामांकन भरा, वहीं बांकीपुर से नितिन नवीन, कुम्हरार से संजय गुप्ता, दानापुर से रामकृपाल यादव, विक्रम से सिद्धार्थ सौरव और मुंगेर से कुमार प्रणय ने नामांकन का पर्चा दाखिल किया. इसके अलावा गुरूवार को तेघड़ा से रजनीश कुमार, बछवाड़ा से सुरेंद्र मेहता, पातेपुर से लखेंद्र कुमार रौशन, लालगंज से संजय कुमार सिंह, हाजीपुर से अवधेश कुमार सिंह और अमनौर से कृष्ण कुमार मंटू ने नामांकन भरा.
इसी तरह गुरूवार को ही भाजपा के उम्मीदवार के रूप में कुढ़नी से केदार प्रसाद गुप्ता, सहरसा से आलोक रंजन झा, सिकटी से विजय कुमार मंडल, छातापुर से नीरज कुमार बबलू, खजौली से अरुण शंकर प्रसाद और झंझारपुर से नीतीश मिश्रा ने भी नामांकन दाखिल कर दिया.
मां तिलडीहा मंदिर में लिया आशीर्वाद
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी नामांकन भरने के पूर्व मां तिलडीहा मंदिर गए और मां का दर्शन कर पूजा-अर्चना की और बिहार के कल्याण, समृद्धि और संपन्नता की कामना की. इसके बाद वे एक जुलूस के साथ तारापुर पहुंचे और वहां नामांकन भरा. इस जुलूस में बड़ी संख्या में एनडीए के कार्यकर्ता और हमलोग शामिल हुए.
इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य बिहार के साथ-साथ तारापुर को सबसे समृद्ध और सबसे आगे ले जाना है. उन्होंने कहा कि तारापुर के साथ पूरा बिहार विकास, विश्वास और सुशासन की राह पर एनडीए सरकार के अगले अध्याय के संकल्प के साथ तैयार है. इसके बाद नामांकन सभा का भी आयोजन किया गया.
इधर, पटना के बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र से मंत्री नितिन नबीन और छातापुर से नीरज कुमार बबलू ने भी नामांकन का पर्चा भरा. नामांकन का पर्चा भरने के बाद नितिन नबीन ने कहा कि अपने पिताजी नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा का आशीर्वाद लेकर, उन्होंने एक बार फिर बांकीपुर की सेवा करने का संकल्प लिया है. उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि पिछले पांच साल में जनता के लिए काम किया है, जिससे निश्चित है कि एक बार फिर जनता का विश्वास मुझे प्राप्त होगा. इस मौके पर एक नामांकन सभा का भी आयोजन किया गया. इसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और सांसद रविशंकर प्रसाद उपस्थित रहे.
इनके एजेंडे में गरीब कल्याण कभी नहीं रहा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पटना के दानापुर में आयोजित नामांकन सभा को संबोधित करते हुए जहां विपक्ष पर जोरदार निशाना साधा वहीं एनडीए सरकार की तारीफ की. उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि राजद, कांग्रेस के एजेंडे में गरीब कल्याण कभी नहीं रहा. इनके लिए एजेंडा मात्र स्वयं का परिवार कल्याण है. उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार इनके भ्र्ष्टाचार को भी नियंत्रित कर सकता है.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में आपलोगों ने देखा होगा कि वहां के माफिया जहन्नुम की यात्रा में भेज दिये गए. यूपी में दुर्दांत अपराधी जो अपहरण उद्योग में लिप्त थे , राजद के पार्टनर ही वहां अराजकता को फैलाते थे. आज उनकी दुर्गति हो रही है. आज मोदी सरकार गरीबों को आवास दे रही है, यह काम कांग्रेस भी कर सकती थी.
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार इन विधानसभा क्षेत्रों में नामांकन सभा का भी आयोजन किया गया. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री तारापुर, बांकीपुर में आयोजित नामांकन सभा को संबोधित किया तो यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दानापुर और सहरसा में आयोजित सभा में एनडीए के लिए वोट मांगे. इसके अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव कुम्हरार और विक्रम विधानसभा में आयोजित जनसभा को सम्बोधित किया.
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी जनसभा को किया संबोधित
यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य खजौली और झंझारपुर में आयोजित जनसभा को संबोधित किया. जबकि मनोज तिवारी कुढ़नी और अमनौर में एनडीए प्रत्याशी के लिए वोट मांगे. त्रिपुरा के सीएम माणिक साहा ने छातापुर और सिकटी तथा उपमुख्यमंत्री अरुण साव हाजीपुर, लालगंज और पातेपुर में एनडीए के उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार किया.
सभी लोगों ने एनडीए के उम्मीदवारों की जीत की अपील करते हुए बिहार के विकास की चर्चा की. सभी वक्ताओं ने कहा कि बिहार को विकसित बनाने के लिए एनडीए और डबल इंजन की सरकार जरूरी है. इसके अलावा विभिन्न जनसभाओं में बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल, केंद्रीय मंत्री नित्यानन्द राय, रविशंकर प्रसाद, जनक चमार, संजय जायसवाल, हरि सहनी, गिरिराज सिंह, मंगल पांडेय भी शामिल हुए.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने क्या कहा?
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरूवार को विक्रम विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी प्रत्याशी सिद्धार्थ सौरभ के पक्ष में जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बिहार के युवाओं की योग्यता का गला घोटा, प्रदेश को बर्बाद किया और बाद में लालटेन पकड़ा दिया.
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मैं विक्रमादित्य की नगरी से आता हूं और विक्रम विधानसभा में आने का अलग ही आनंद है. विक्रम नाम से ही सुशासन, दान वीरता का भाव प्रकट होता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हमारी सरकार मध्यप्रदेश में विकास के अनेक कार्य कर रही है. बिहार में नीतीश कुमार एनडीए सरकार में मुख्यमंत्री हैं. उन्होंने सुशासन के सिद्धांतों से बिहार को विकास की नई गति प्रदान की है. बिहार प्रत्येक काल में अच्छा ही करता है. अवंतिका, उज्जैनी और पाटिलपुत्र का दो हजार साल पुराना रिश्ता है. जब सम्राट अशोक को गद्दी संभालने का अवसर मिला तो वे उज्जैन में थे और वहीं से बिहार लौटे थे.
जनता ने कभी जंगलराज भी झेला है
मोहन यादव ने कहा कि बिहार महात्मा गौतम बुद्ध की धरती है. इस चुनाव में हमारे प्रत्याशी सिद्धार्थ ने निस्वार्थ भाव से जनता की सेवा की है. बिहार की जनता ने कभी जंगलराज भी झेला है. कांग्रेस और विपक्षी दलों की सरकारों में लाइसेंस, कोटा और परमिट राज चलता था. कांग्रेस के राज में देश की हालत दयनीय हो गई थी. कांग्रेस ने युवाओं की योग्यता का गला घोटा और बिहार को बर्बाद किया और बाद में लालटेन पकड़ा दिया. जबकि देश में सबसे अधिक आईएएस बिहार से निकलते हैं.
लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने लोकतंत्र की रक्षा की. हमारी पार्टी और एनडीए में एक चाय बेचने वाला भी प्रधानमंत्री बन सकता है, क्योंकि यहां लोकतंत्र है. नीतीश कुमार का भी इतिहास यही है. आज लोकतंत्र को बचाने की चुनौती है. दूसरी ओर, लाल किताब वाले को बुद्धि का अजीरण हो गया. भाषा और भाव कैसा हो, पता ही नहीं. सुप्रीम कोर्ट में बार-बार माफी मांगते हैं, लेकिन सुधरने को तैयार ही नहीं हैं. कांग्रेस परिवारवादी पार्टी है.
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में बिहार में लगातार तीसरी बार एनडीए की सरकार बनेगी. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुरुवार को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार किया.
जनता का भरोसा सिर्फ़ एनडीए सरकार
पूर्व केंद्रीय मंत्री व हिमाचल की हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से पांचवी बार के सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दृष्टिगत पटना के बांकीपुर से एनडीए प्रत्याशी नितिन नवीन व अररिया की सिकटी विधानसभा से प्रत्याशी विजय कुमार मंडल, सहरसा के नामांकन कार्यक्रम में भागीदारी कर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि एनडीए के शासनकाल में बिहार विकास की रफ़्तार पकड़ चुका है और इसलिए जनता इस विधानसभा चुनाव में फिर एक बार एनडीए सरकार अपना अपना भरोसा जतायेगी और सुशासन व सर्वकल्याण वाली एनडीए सरकार बनाएगी.
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि बिहार की यह धरती बुद्ध, चाणक्य और जननायक जयप्रकाश नारायण की है. यह वही बिहार है जिसने देश को दिशा दी, लोकतंत्र को ताकत दी और आज एक बार फिर विकास की नई कहानी लिखने जा रहा है. बिहार में सुशासन की सरकार चल रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बिहार में लगातार विकास करने का काम किया है. बिहार आज विकास की एक प्रेरणादायक गाथा लिख रहा है. पिछले एक दशक में केंद्र सरकार द्वारा राज्य को दी गई अभूतपूर्व वित्तीय सहायता ने बिहार की समृद्धि की राह खोल दी है.
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा एनडीए सरकार ने बिहार के सर्वांगीण विकास में अभूतपूर्व कार्य किए हैं. 2 नए एयरपोर्ट का निर्माण और 6 नए एयरपोर्ट की स्वीकृति, एयरपोर्ट का विस्तारीकरण, 5 एक्सप्रेस-वे, 2 एम्स, 2 सेंट्रल यूनिवर्सिटी, नए महासेतु, पटना में मेट्रो, मखाना बोर्ड की स्थापना, 1.5 करोड़ से ज्यादा शौचालय, उज्ज्वला योजना के अंतर्गत 1 करोड़ एलपीजी गैस कनेक्शनरेलवे ट्रैक विस्तार के मामले में बिहार ने 2014 के बाद एक अभूतपूर्व गति पकड़ी है. 2009 से 2014 के दौरान, राज्य में औसतन केवल 63.6 किलोमीटर नए ट्रैक प्रतिवर्ष बने थे. लेकिन 2014 से 2025 तक यह औसत बढ़कर 172.6 किलोमीटर प्रतिवर्ष हो गया.
महागठबंधन की एकजुटता का दावा टायें-टायें फिस्स
बिहार जनता दल (यू) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने महागठबंधन में चल रही अंदरूनी खींचतान पर चुटकी लेते हुए कहा कि विपक्षी गठबंधन की ओर से जिस तथाकथित एकजुटता का दावा किया गया था, वह चुनाव से पहले ही टायें-टायें फिस्स साबित हो गया है.
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पहले चरण के नामांकन की प्रक्रिया अंतिम दौर में पहुंच चुकी है, लेकिन महागठबंधन अभी तक सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय करने तो दूर, आपसी सहमति भी नहीं बना पाया है. पार्टियां मनमाने ढंग से अपने प्रत्याशियों को सिंबल बांट रही हैं, और इस कारण महागठबंधन के तमाम कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त है.
उन्होंने आगे कहा कि विपक्षी दलों में आपसी अविश्वास की खाई इतनी गहरी है कि लंबी और मैराथन बैठकों के बावजूद कोई सुलह या समझौते की संभावना नहीं दिखाई देती. यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि महागठबंधन के घटक दल निजी स्वार्थों में उलझे हुए हैं.
कुशवाहा ने यह भी कहा कि जनता हितैषी होने का दावा करने वाली विपक्षी पार्टियां आज व्यक्तिगत स्वार्थों के लिए एक-दूसरे को कमजोर करने में लगी हैं. ऐसे दिशाहीन और नेतृत्वविहीन गठबंधन पर जनता कभी भरोसा नहीं करेगी. बिहार का भविष्य केवल ठोस नेतृत्व और स्थिर सरकार में सुरक्षित है और यह केवल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन में ही संभव है. महागठबंधन को आम जनता के सुख-दुख से कोई लेनादेना नहीं है, वे केवल अपने-अपने राजनीतिक महत्वकांक्षाओं को साधने में जुटे हुए हैं.
सुशासन और समावेश का मेल
जद (यू) प्रदेश प्रवक्ता अरविंद निषाद ने गुरूवार को जारी बयान में कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पार्टी द्वारा घोषित 101 उम्मीदवारों की सूची में सामाजिक संतुलन, जातीय समीकरण, क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व और उम्मीदवारों के अनुभव को प्राथमिकता दी गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बार भी सामाजिक न्याय और विकास की नीति को आगे बढ़ाते हुए उम्मीदवारों के चयन में सोशल इंजीनियरिंग का विशेष ध्यान रखा है. जेडीयू ने इस बार चार मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट देकर अल्पसंख्यक समुदाय को भी सम्मानजनक प्रतिनिधित्व दिया है. पार्टी का मानना है कि बिहार की सामाजिक विविधता ही उसकी असली ताकत है और उम्मीदवारों के चयन में इस भावना को सर्वोपरि रखा गया है.
दलित समुदाय के अंतर्गत रविदास, मुसहर, धोबी और पासवान समाज के लोगों को टिकट देकर पार्टी ने सामाजिक न्याय के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है. वहीं अति पिछड़ा समुदाय से मल्लाह, चंद्रवंशी, धानुक, कानू सहित पहली बार गड़ेरिया पाल समाज के भी उम्मीदवार को टिकट देकर उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने का काम किया गया है. साथ ही, युवाओं को भी इस बार पर्याप्त अवसर दिए गए हैं ताकि, चुनाव में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार हो सके. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में जेडीयू का उद्देश्य सभी वर्गों, समुदायों और क्षेत्रों को साथ लेकर चलना है. उम्मीदवारों का चयन पूरी पारदर्शिता और सामाजिक संतुलन के आधार पर किया गया है, ताकि बिहार के हर वर्ग की आवाज विधानसभा में गूंज सके.
वहीं दूसरी ओर महागठबंधन अपने सहयोगियों के साथ लुकाछिपी का खेल रहा है. इस सूची के माध्यम से पार्टी ने पिछड़ा और अतिपिछड़ा वर्ग को विशेष प्राथमिकता दी है. पिछड़ा समाज से 37, अतिपिछड़ा समाज से 22, सवर्ण समाज से 22, अनुसूचित जाति से 15 और अनुसूचित जनजाति से उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है. पार्टी ने अपनी 101 उम्मीदवारों की सूची में कुल 13 महिलाओं को भी स्थान दिया है, जिनमें दो कुशवाहा, एक राजपूत और एक वैश्य समाज से हैं.
उन्होंने कहा कि इस संतुलित और समावेशी उम्मीदवार सूची के माध्यम से पार्टी बिहार की जनता के बीच अपनी नीतियों और दृष्टिकोण को मजबूती से प्रस्तुत करेगी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास, सुशासन एवं सामाजिक न्याय के संकल्प को आगे बढ़ाएगी.