Big Brother: ‘बिग ब्रदर’ का पहला विनर इस शो से क्यों करता है नफरत? शो को बता चुका है ‘राक्षस’

Big Brother First Winner: सलमान खान के ‘बिग बॉस 19’ ने शुरू होते ही धूम मचा दी है. शो के फैंस अभी से ये जानने के लिए उत्सुक हैं कि 5 महीने बाद कौन सा कंटेस्टेंट इस शो की ट्रॉफी अपने नाम करेगा. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया के सबसे पहले ‘बिग ब्रदर’ (Big Brother) शो का पहला विनर ही इसे बिलकुल पसंद नहीं करता है. नीदरलैंड में 1999 में इस शो को जीतने वाले बार्ट इन टी वेल्ड (Bart In Tveld) ने बाद में शो को ‘राक्षस’ तक कह डाला था.
आज जहां लोग रातों-रात स्टार बनने के लिए ‘बिग बॉस’ जैसे शो में जाने का सपना देखते हैं, वहीं बार्ट इन टी वेल्ड का अनुभव बिल्कुल उल्टा रहा. उन्होंने शो जीतने के बाद कहा कि ये उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती थी.
अचानक मिली शोहरत से बढ़ा प्रेशर
बिग ब्रदर जितने के बाद बार्ट रातों-रात पूरे नीदरलैंड में सेलिब्रिटी बन गए थे. उन्हें विजेता के तौर पर अच्छी-खासी रकम मिली, लेकिन इसके साथ ही उनकी निजी जिंदगी खत्म हो गई. शो से बाहर आते ही हर कोई उन्हें पहचानता था. लोग उनके पीछे पड़ जाते थे और मीडिया लगातार उन्हें फॉलो करती थी. बार्ट को ये समझ नहीं आ रहा था कि आखिर क्यों लोग उन पर इतनी नजर रख रहे हैं, जबकि उन्होंने शो में कुछ खास नहीं किया था. अचानक मिली इस शोहरत ने उन्हें अकेला और परेशान कर दिया था.
जानें क्या था बार्ट का कहना?
एक इंटरव्यू में बार्ट ने बताया था कि शो के बाद उन्हें नॉर्मल होने के लिए और पुराने तरीके से जिंदगी जीने के लिए बहुत ज्यादा स्ट्रगल करना पड़ा था. उन्होंने ये भी खुलासा किया था कि शो जीतने के आठ सालों में उन्हें पांच बार मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ा, क्योंकि वो अपनी पुरानी पहचान वापस पाने की कोशिश कर रहे थे. उन्होंने कहा, “अगर ये सच है कि मैंने उस बेकार राक्षस (शो) को बनाने में मदद की, तो मुझे इस पर गर्व नहीं है.”
कैमरों की कैद
बार्ट ने इस शो को ‘राक्षस’ कहा, क्योंकि उनके मुताबिक ये रियलिटी शो आपको इस्तेमाल करता है और फिर अकेले छोड़ देता है. उनका मानना था कि शो के दौरान हर समय कैमरों के सामने रहने से इंसान अपनी असली पहचान खो देता है. शो खत्म होने के सालों बाद भी उन्हें ऐसा लगता था कि कोई उनकी हरकतों को देख रहा है. इस मेन्टल प्रेशर ने उन्हें बहुत परेशान किया.
बार्ट को लगता था कि शो के मेकर्स सिर्फ अपनी रेटिंग के बारे में सोचते हैं. उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि कंटेस्टेंट पर इसका क्या असर होगा. यही वजह है कि आज भी वो इस शो को नापसंद करते हैं और मानते हैं कि इस शो को जीतने के बाद उन्हें जो भी मिला, वो उनकी मानसिक शांति और सामान्य जीवन के बदले बहुत छोटी कीमत थी.
‘बिग ब्रदर’ का देसी वर्जन
भारत में हिंदी के साथ कई भाषाओं में अपना जलवा बिखेरने वाला ‘बिग बॉस’ असल में ‘बिग ब्रदर’ का ही देसी वर्जन है. ‘बिग ब्रदर’ का पहला सीजन नीदलैंड में प्रसारित हुआ था और बार्ट उसके विनर थे. लेकिन इतना बड़ा शो जितने के बावजूद बार्ट खुश नहीं थे.