PM Vidya Lakshmi Yojana भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसे विशेष रूप से छात्रों के लिए शिक्षा क्षेत्र में आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लागू की गई थी और इसका उद्देश्य छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
PM Vidya Lakshmi Yojana का उद्देश्य और लाभ:
- शैक्षिक ऋण की सुविधा:
यह योजना छात्रों को विभिन्न बैंकों के माध्यम से शैक्षिक ऋण प्राप्त करने में मदद करती है। इन ऋणों का उपयोग छात्रों को उनकी उच्च शिक्षा के खर्चों जैसे ट्यूशन फीस, पुस्तकें, रहने की व्यवस्था, यात्रा आदि के लिए किया जा सकता है। - ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म:
इस योजना के तहत, छात्रों को एक केंद्रीय ऑनलाइन पोर्टल पर शैक्षिक ऋण के लिए आवेदन करने की सुविधा मिलती है। इस पोर्टल का नाम Vidya Lakshmi Portal है, जहाँ छात्र एक ही जगह पर विभिन्न बैंकों से ऋण की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- ऋण की राशि:
इस योजना के तहत छात्रों को 10 लाख रुपये तक का ऋण मिलता है यदि वे भारत में शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक हैं। यदि छात्र विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं, तो उन्हें 20 लाख रुपये तक का शैक्षिक ऋण मिल सकता है। - सुविधाएँ और कार्यप्रणाली:
- यह योजना छात्रों को ऋण आवेदन की सरल प्रक्रिया प्रदान करती है।
- आवेदन पत्र में सभी बैंकों की जानकारी, आवश्यक दस्तावेज़, और प्रक्रिया की जानकारी दी जाती है।
- बैंकों द्वारा ऋण की मंजूरी और वितरण तेजी से किया जाता है।
- ऋण पर ब्याज दर:
ऋण की ब्याज दर सामान्यत: सरकारी बैंकों द्वारा निर्धारित की जाती है और इसे सरकार द्वारा उचित तरीके से नियंत्रित किया जाता है। यह ब्याज दर अन्य निजी बैंकों की तुलना में कम हो सकती है।
आवश्यक पात्रता:
- योजना का लाभ उठाने के लिए छात्र को भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- छात्र को मान्यता प्राप्त शिक्षा संस्थान से ही शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए।
- छात्रों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे किसी उधारी से मुक्त हैं और उनके पास अच्छे क्रेडिट स्कोर हैं।
PM Vidya Lakshmi Yojana भारत के छात्रों के लिए एक बहुत ही सहायक योजना है, जो उन्हें शिक्षा प्राप्त करने के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान करती है। यह योजना विशेष रूप से उन छात्रों के लिए फायदेमंद है, जो उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए आर्थिक रूप से सक्षम नहीं होते, लेकिन उनकी कड़ी मेहनत और क्षमता उन्हें एक सफल भविष्य की ओर ले जा सकती है।
PM Vidya Lakshmi Yojana के तहत, छात्रों को शैक्षिक ऋण प्राप्त करने के लिए बैंक निर्धारित एक सामान्य सीमा होती है।
- भारत में अध्ययन करने के लिए:
- अधिकतर बैंकों में 10 लाख रुपये तक का ऋण बिना किसी सिक्योरिटी (जमानत) के मिल सकता है, यदि छात्र का चयन किसी मान्यता प्राप्त संस्थान में हुआ है।
- अगर ऋण की राशि 10 लाख रुपये से अधिक हो, तो बैंक सिक्योरिटी (जमानत) मांग सकते हैं। इसके लिए आपको या तो अपने परिवार के किसी सदस्य से जमानत लेनी होगी, या बैंक को किसी संपत्ति का बंधक (mortgage) देना होगा।
- विदेश में अध्ययन के लिए:
- विदेश में अध्ययन करने के लिए, सामान्य रूप से 20 लाख रुपये तक का शैक्षिक ऋण बिना जमानत के मिल सकता है।
- यदि ऋण की राशि 20 लाख रुपये से अधिक है, तो बैंक सिक्योरिटी (जमानत) की मांग कर सकते हैं।
अर्थात, 10 लाख रुपये तक का ऋण बिना किसी जमानत के मिल सकता है, लेकिन अगर आपको 10 लाख रुपये से ज्यादा का ऋण चाहिए, तो इसके लिए आपको जमानत देनी होगी, और यह बैंक की नीतियों और आपके ऋण आवेदन की स्थिति पर निर्भर करेगा।
हर बैंक की शर्तें अलग हो सकती हैं, और छात्रों को ऋण की मंजूरी के लिए विभिन्न कारकों को ध्यान में रखते हुए आवेदन करना होता है।
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