
मार्च 2025 में GST कलेक्शन में बंपर उछाल:
केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने हाल ही में जानकारी दी कि मार्च 2025 में भारत सरकार के खजाने में ₹1.96 लाख करोड़ का GST कलेक्शन हुआ है। यह आंकड़ा पहले की तुलना में काफी अधिक है, जो पिछले साल के मुकाबले एक बंपर उछाल दर्शाता है।
इसकी मुख्य वजह इकोनॉमिक ग्रोथ, उच्च वस्तु और सेवा की खपत और व्यापारों का अनुपालन बढ़ने के कारण हुई है। इस कलेक्शन ने GST के संग्रह में वृद्धि को मजबूत किया है, जिससे सरकार को वित्तीय वर्ष के अंतिम माह में अपने खजाने को भरने में मदद मिली है।
यह कलेक्शन आर्थिक सुधारों और मांग में वृद्धि के संकेत देता है, साथ ही साथ व्यापारियों और उद्यमियों की ओर से बेहतर अनुपालन का परिणाम है।
यह आंकड़ा सरकार के लिए एक सकारात्मक संकेत है क्योंकि इससे राजस्व में वृद्धि और सरकारी योजनाओं के लिए पर्याप्त फंड्स मिलते हैं, जो विकासात्मक कार्यों और नागरिक कल्याण योजनाओं को सुचारु रूप से चलाने में सहायक होते हैं।
यह कलेक्शन GST सिस्टम की मजबूती, आर्थिक स्थिरता और विकास की दिशा को भी दर्शाता है, जो भविष्य में भारत की अर्थव्यवस्था को और भी प्रोत्साहन देगा।
पिछले तीन महीनों (जनवरी से मार्च 2025) में भारत के GST संग्रह में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है। नीचे प्रत्येक माह के लिए संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत है:
जनवरी 2025:
- सकल GST संग्रह: ₹1.95 लाख करोड़, जो जनवरी 2024 की तुलना में 12.3% अधिक है।
- वेतनभोगी GST संग्रह: ₹1.71 लाख करोड़, जो पिछले वर्ष की तुलना में 10.9% अधिक है।
फरवरी 2025:
- सकल GST संग्रह: ₹1.84 लाख करोड़, जो फरवरी 2024 की तुलना में 9.1% अधिक है।
- वेतनभोगी GST संग्रह: ₹1.63 लाख करोड़, जो पिछले वर्ष की तुलना में 8.1% अधिक है।
मार्च 2025:
- सकल GST संग्रह: ₹1.96 लाख करोड़, जो मार्च 2024 की तुलना में 9.9% अधिक है।
- वेतनभोगी GST संग्रह: ₹1.76 लाख करोड़, जो पिछले वर्ष की तुलना में 7.3% अधिक है।
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि जनवरी से मार्च 2025 के बीच GST संग्रह में निरंतर वृद्धि हुई है, जो आर्थिक गतिविधियों में सुधार और व्यापारियों द्वारा अनुपालन में वृद्धि को दर्शाता है।
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